नीरज उपाध्याय/केशकाल:– लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर देश भर में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दल अपने अपने प्रत्याशियों को जीत दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। पिछले दिनों राजनीतिक दलों की ओर से घोषित प्रत्याशियों ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है। इसी क्रम में राजनांदगांव लोकसभा से कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश कुमार बघेल एवं बीजेपी से संतोष पांडेय वर्तमान में सांसद भी हैं । इसी बीच बहुजन समाज पार्टी ने अपने प्रदेश उपाध्यक्ष कलार समाज का बेटे देवलाल सिंन्हा को मैदान में उतारा है। बसपा ने सामाजिक समीकरण साधते हुए भाजपा कांग्रेस को मुह तोड़ जवाब देने वाले देवलाल सिंन्हा को मैदान में उतरकर चुनावी मैदान को रोचक बना दिया है ।
बता दें कि बसपा प्रत्याशी देवलाल सिंहा कई सामाजिक संगठनों में भाग लेते रहे हैं। वह एसटी,एससी, एवं ओबीसी वर्ग के अधिकारों के लिए समय-समय पर आवाज उठाते हैं।।साथ ही छत्तीसगढ़ के कई मुद्दों को लेकर चाहे अरण्य कांड हो या लोकसभा में जीते हुए सांसद की चुप्पी हो या अन्य पिछड़ा वर्ग को आजादी से आज तक आबादी के आधार पर आरक्षण का लाभ न देने कि बात हो । सभी विषयों पर लगातार बस्तर संभाग से लेकर छत्तीसगढ़ के कोने-कोने में जाकर पिछड़ा वर्ग समाज को धारा 340 के बारे समझने का काम करते रहे हैं । यही नहीं पिछड़ा वर्ग के मुद्दों पर कई बार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को घेरने का कार्य किया है । पिछड़ा वर्ग संगठन की सभा में अपने बातों को प्रखर रूप से रखते हैं । इन सभी गतिविधियों को देखते हुए आज देवलाल सिंहा को बसपा ने राजनांदगांव लोकसभा प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है । अब देखना यह है होगा कि देवलाल सिंहा पिछड़ा वर्ग के वोट बैंक को साधने में सफल होंगे ।
बसपा के कार्यकर्ता बड़े-बड़े धन्ना सेठों की पार्टी नहीं है-
भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस पार्टी से मुकाबला करने के लिए बसपा कार्यकर्ता घर-घर से चावल ,दाल, वाहन ,पाम्पलेट , वाल पेंटिंग जैसे कार्य के जरिए सहयोग कर रहे हैं । और सभी काम खुद कार्यकर्ता ही संभाले हुए हैं। लगातार जन संपर्क अभियान जारी है। वही छत्तीसगढ़ कलार समाज के प्रदेश सचिव होने के नाते संपूर्ण कलार समाज गर्वानुभूति महसूस कर रही है। बसपा छत्तीसगढ़ प्रदेश इकाई ने दो सिटों पर कलार समाज से प्रत्याशी उतारी है। जिसमें प्रदेश के महासचिव बसंत सिंन्हा को महासमुंद से टिकट दिए हैं।
प्रमुख राजनीतिक पार्टी भाजपा, कांग्रेस आज तक क्लार समाज को एक भी टिकट सांसद के लिए नहीं दी है। जिससे कलर समाज अब पूर्ण रूप से देश की तीसरी राष्ट्रीय पार्टी बहुजन समाज पार्टी की ओर झुकाव हो रहा है। बसपा को एक वर्ग विशेष का पार्टी कहा जाता है। लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में जनरल सीट के सभी सीटों पर पिछड़ा वर्ग के लोगों को उतार कर बहु संख्यक समाज को संदेश देने का काम किया है। यह पार्टी आबादी के आधार पर टिकट देती है काशीराम साहब का नारा था जिनकी जितनी संख्या भारी उनके उतनी हिस्सेदारी अब छत्तीसगढ़ के में देखने को मिल रहा है ।