Chhattisgarh | Prisoner escapes by jumping from ambulance
अंबिकापुर। केंद्रीय कारागार अंबिकापुर में निरुद्ध बंदी ,जेल प्रहरियों को चकमा देकर भाग निकला। स्वास्थ्य खराब रहने के कारण बुधवार शाम उसे मेडिकल कालेज अस्पताल रिफर किया गया था। एंबुलेंस से केंद्रीय जेल से मेडिकल कालेज अस्पताल ले जाने के दौरान कूद कर वह भाग निकला। जेल प्रहरियों ने उसकी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला। मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई है।जेल अधीक्षक ने दोनों प्रहरियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार सरगुजा जिले के गांधीनगर थाना अंतर्गत ग्राम नर्मदापारा निवासी संजीव दास को हत्या के आरोप पर केंद्रीय कारागार अंबिकापुर में निरुद्ध किया गया था। पिछले तीन-चार दिनों से उसकी तबीयत ठीक नहीं थी। अत्यधिक बुखार और दस्त के कारण उसे केंद्रीय जेल के अस्पताल में भर्ती किया गया था।
स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो पाने के कारण जेल चिकित्सक द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों से जांच और उपचार के लिए उसे मेडिकल कालेज अस्पताल रिफर किया गया था। केंद्रीय जेल में उपलब्ध एंबुलेंस से प्रहरी वेदप्रकाश तथा दयाराम को बंदी संजीव दास को मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। बताया जा रहा है कि दोनों प्रहरी, बंदी को लेकर एंबुलेंस से मेडिकल कालेज अस्पताल के लिए रवाना हुए थे।
एंबुलेंस छोटी है। एक प्रहरी एंबुलेंस चल रहा था और दूसरा प्रहरी बंदी की सुरक्षा में लगा हुआ था। केंद्रीय जेल से लगभग एक किलोमीटर दूर मेडिकल कालेज अस्पताल जाने वाले रास्ते में बिही बाड़ी के पास एंबुलेंस से कूद कर बंदी संजीव दास फरार हो गया। तत्काल दोनों प्रहरियों ने वाहन रोक दी तथा आसपास बंदी की खोजबीन की। जेल प्रबंधन के अलावा पुलिस को भी सूचना दी गई।
काफी तलाश करने के बाद भी बंदी का पता नहीं चल सका। देर रात घटना की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई।जेल अधीक्षक योगेश सिंह ने कार्य में लापरवाही के आरोप पर प्रहरी वेद प्रकाश तथा दयाराम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उन्होंने बताया कि यदि दो प्रहरी, एक बंदी की सुरक्षा नहीं कर सकते तो यह कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही है। मामले की जांच के भी निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि बंदी के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो पाने के कारण चिकित्सक के सलाह पर मेडिकल कालेज अस्पताल रिफर किया गया था।