Chhattisgarh | Girl victim of human trafficking returns home after 24 years
जशपुरनगर। रोजगार के झांसे में आकर दिल्ली में मानव तस्करों के चुंगल में फंसी किशोरी 24 साल बाद घर अपने स्वजनों के पास वापस लौटी। एसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के एक गांव के 61 वर्षीय वृद्ध ने थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी 16 साल की बेटी को पास के गांव की एक महिला टीना खलखो ने दिल्ली में बच्चों की देखभाल करने की नौकरी दिलाने का झांसा देकर ले गई थी और वह आज तक नहीं लौटी।
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए नारायणपुर पुलिस ने धारा 363 के अंर्तगत अपराध दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की। नारायणपुर पुलिस इस मामले से जुड़े हुए लोगों से पूछताछ कर रही थी। इसी बीच 20 मई को पीड़िता अपने रिश्तेदार के साथ थाना पहुंची। पुलिस को दिए बयान में पीड़िता ने बताया कि जब वह 5 वर्ष की थी तो उसकी मां का निधन हो गया था। इसके बाद उसके पिता ने दूसरा विवाह कर लिया था। उसकी सौतेली मां और पिता के बीच आए दिन झगड़ा होता रहता था जिससे वह मानसिक रूप से परेशान रहती थी। इस बीच उसकी एक रिश्तेदार ने दिल्ली में बच्चों की देखभाल करने की नौकरी दिलाने का लालच दिया।
घरेलू कलह से परेशान किशोरी ने दिल्ली में नौकरी करना स्वीकार कर लिया और रिश्तेदार के साथ दिल्ली चली गई। पीड़िता ने बताया कि जब उसे पता चला कि उसके पिता ने नारायणपुर थाना में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है और इस मामले मे जशपुर पुलिस द्वारा लगातार पूछताछ की जा रही है। तो उसने अपने घर वापस लौटने का निर्णय लिया। पीड़िता ने बताया कि वह लगभग 16 साल की उम्र में दिल्ली गई थी। लेकिन उसे वापस लौटने का रास्ता नहीं मालूम था। इसलिए वह 24 साल तक घर वापस नहीं लौट पाई। पीड़िता ने बताया कि वह अपने स्वजनों के पास वापस लौट कर बहुत खुश है।
उल्लेखनीय है कि जशपुर पुलिस इन दिनों गुम इंसान के मामलों को सुलझाने के लिए विशेष अभियान चला रही है। बीते सौ दिनों के भीतर पुलिस 120 से अधिक मामलों को सुलझाते हुए,महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश से पीड़ितों को लाकर स्वजनों को सौंप चुकी है। एसपी शशिमोहन सिंह का कहना है कि गुम इंसान का मामला सुलझाने का यह अभियान निरतंर चलता रहेगा।