Chhattisgarh | Officer removed, head constable suicide case
बिलासपुर। हेड कांस्टेबल की आत्महत्या के मामले में जी प्रशिक्षु डीएसपी पर सवाल खड़े हुए थे उसे अधिकारी को हटा दिया गया है। दरअसल सरकंडा थाना में पदस्थ हेड कांस्टेबल ने पिछले दिनों आत्महत्या कर ली थी। अब प्रशिक्षु DSP रोशन आहुजा को सरकण्डा थाना से हटाया गया है। एसपी रजनीश सिंह से मिलकर आदिवासी समाज ने अल्टीमेटम देकर की थी डीएसपी को हटाने की मांग की थी। मृत हवलदार के परिजनों ने प्रशिक्षु DSP पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था।
2 मई को हेड कांस्टेबल लखन मेश्राम ने अपने ही घर के पीछे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। आरोप के अनुसार, हेड कांस्टेबल लखन मेश्राम थाने से काम कर अपने घर लौटे थे और रात में सो गये थे। रात में वे उठे और कहीं चले गये। रात में जब परिजनों की नींद खुली तो देखा कि वो अपने बिस्तर में नहीं थे। जिसके बाद थाने में काॅल किया गया लेकिन वे वहां भी नहीं थे। जिसके बाद पुलिस को सूचना मिलते सुबह हेड कांस्टेबल के घर पहुंची और उनकी तलाश शुरू की गई।
घर के पास लटकी मिली लाश –
तलाशी के दौरान शुक्रवार की सुबह उनका शव घर से कुछ दूरी पर एक पेड़ से लटका मिला। जिसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बताया जाता है कि, कुछ दिनों पहले ही लखन मेश्राम को मालखाने की जवाबदारी मिली थी। तब से ही उन पर काम को लेकर काफी दबाव था और उन्हें कभी भी फोन कर थाने बुलाया लिया जाता था। आरोप है कि, घटना से एक दिन पहले ही सरकंडा थाने के टीआई (प्रशिक्षु डीएसपी) ने जब्त माल को कोर्ट में जमा करने के नाम पर लखन मेश्राम को जमकर फटकार लगाई थी।