Fire in CSPDCL The investigation committee asked for a week more time to submit the report.
रायपुर। बिजली कंपनी के गुढिय़ारी स्थित भंडार गृह में लगी भीषण अग्निकांड की जांच अब तक पूरी नहीं हो पाई है। जांच समिति ने जांच रिपोर्ट तैयार करने हफ्ते भर का और समय मांगा है, जबकि आज शुक्रवार को समिति को रिपोर्ट सौंपनी थी। इधर, गुढ़ियारी पुलिस ने अग्निकांड की तह तक जाने शुक्रवार से जांच शुरू कर दी। घटनास्थल से मिले सीसीटीवी फूटेज का बारिकी से परीक्षण किया जा रहा है। अब तक कई लोगों से पूछताछ कर पुलिस ने अग्निकांड का सिलसिलेवार घटनाक्रम को दर्ज किया है।
पांच अप्रैल की दोपहर में गुढिय़ारी-कोटा रोड स्थित बिजली कंपनी के भंडारगृह में भीषण आग लगी थी। यह कंपनी के प्रदेश भर का स्टाक यार्ड है। इस पर काबू पाने में 13 घंटे से अधिक का समय लग गया था। आग में 4000 ट्रांसफार्मर के साथ हजारों कंडक्टर, मीटर, केबल, एक लाख लीटर से अधिक ड्रमों में भरे फायर आयल आदि जलकर खाक हो गए थे। इस भंडारगृह में लगातार हो रहे अग्निकांड को लेकर जहां सवाल उठ रहे है,वहीं भंडार गृह से जुड़े जिम्मेदारों को ही जांच की जिम्मेदारी देने से मामले की लीपापोती की भी पूरी संभावना बनी हुई है।
अग्निकांड के दूसरे ही दिन विद्युत कंपनी ने ईडी भीम सिंह कंवर की अध्यक्षता में विभागीय जांच कमेटी बनाकर सात दिन में रिपोर्ट मांगा था। कमेटी ने दो दिन विलंब से जांच शुरू की और चार दिन बाद शुक्रवार को रिपोर्ट सौंपने का दिन आ गया,लेकिन जांच पूरी नहीं हो पाई।
नुकसान का आंकलन, अंतिम निष्कर्ष बाकी-भीम सिंह –
छह सदस्यीय जांच दल के प्रमुख ईडी भीमसिंह के मुताबिक अग्निकांड का अंतिम निष्कर्ष और नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।जांच अभी पूरी नहीं हुई है।इसमें अभी और समय लग सकता है।कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी देकर हफ्ते भर का और समय मांगा गया है।सिंह के अनुसार नुकसान का आंकलन कर फाइंडिंग भी बनाना है।जल्द से जल्द इसे पूरा करने की कोशिश कर रहे है।
पुलिस की जांच तेज, सात लोगों से पूछताछ कर दर्ज किया बयान –
दूसरी ओर इस अग्निकांड की गुढिय़ारी थाना पुलिस भी जांच कर रही है।आगजनी का केस दर्ज कर पुलिस ने कार्यपालन अधीक्षक,स्टोर कीपर समेत सुरक्षा गार्ड,चपरासी,हेल्पर से पूछताछ की है।गुढ़ियारी थाना प्रभारी कृष्ण कुमार गोस्वामी ने बताया कि घटना के दिन ड्यूटी पर सात लोग सुरक्षा गार्ड पवन साहू, परमेवर घृलहरे, ओमप्रकाश सिंह, नारायण प्रजापति, चपरासी कामता प्रसाद चपरासी और हेल्पर अभिषेक अवधिया तैनात थे।
पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि कर्मा जयंती का छुट्टी होने के कारण भंडारगृह में उनके अलावा और कोई भी नहीं था।भीतर झाड़ियों में चिंगारी गिरने से आग लगी और हवा चलने के कारण देखते ही देखते बढ़ गई।जब तक पानी से आग बुझाने की कोशिश करते आग काफी फैल चुकी थी।
कुछ देर में आयल के साथ ट्रांसफार्मर में आग लगी जो भीषण रूप ले चुकी थी।इसकी जानकारी फोन पर ही भंडारगृह के अधिकारियों को दी गई थी।टीआई ने बताया कि अभी कुछ कर्मचारियों के साथ ही कार्यपालन अभियंता और स्टोर प्रभारी का बयान लेना बाकी है।