Raipur News | The mayor asked for the contract for a bicycle stand, but when it was not given, he put a gun on the shoulders of the players and drove away.
रायपूर। महापौर एजाज ढ़ेबर ने गॉस मेमोरियल सेन्टर मैदान पर मेले के साइकल स्टैण्ड ठेके देने की मांग नहीं देने पर उन्होने खिलाडियों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाई। ढे़बर के कार्यकाल के दौरान ही कई मेले प्रदर्षनी और एक्सपो मैदान पर लगे लेकिन उनको नहीं दिखा। एक समाज विषेश के खिलाफ गंदी मानसिकता रखने वाले महापौर को कांग्रेस पार्टी से बाहर करने रायपूर से दिल्ली तक लड़ाई लड़ी जाएगी।
10 मई को ‘‘गॉस मेमोरियल मैदान में दुकानदारी का विरोध‘‘ और 11 मई 2024 को प्रकाशित समाचार ‘‘गॉस मेमोरियल मैदान को किसी भी मेले के लिये नहीं दिया, फिर भी खिलाडियों को सालभर नहीं मिला मैदान ‘‘शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया है। वास्तविकता यह है कि गॉस मेमोरियल सेन्टर का संचालन वर्तमान में यूसीएनआईटी के ट्रस्टी एवं छत्तीसगढ़ डायोसिस के सचिव नितिन लॉरेन्स के द्वारा किया जा रहा है। वर्तमान में गॉस मेमोरियल सेन्टर के संचालक अमन विलियम्स द्वारा जिला प्रसाशन को भ्रामक जानकारी प्रदान की गई कि पिछले साल मैदान में किसी भी आयोजन के लिये अनुमति प्रदान नहीं की गई। साथ ही क्राफ्ट मेला आयोजक शोएब ने एक शपथ पत्र यूसीएनआईटीए ट्रस्टी को दिया हैं कि महापौर एजाज ढ़ेबर ने अपने परिचित के लिए सायकल स्टैण्ड हेतु दबाव बनाया। सायकल स्टैण्ड का ठेका नहीं देने पर पैसे हेतु दबाव बनाया गया पैसे भी नहीं देने पर खिलाडियों को आगे कर मसीही समाज के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास कर रहे है। खिलाडियों के प्रर्दषन में भी महापौर को निजी सहायक सक्रिय रूप से शामिल है। महापौर की शिकायत नई दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान से की गई हैं। कार्यवाही न होने पर मसीही समाज सड़क की लडाई के लिए तैयार है गॉस मेमोरियल सेन्टर के मैदान का ढे़बर के नजरिये का मसीही घोर निन्दा करता है।
गॉस मेमोरियाल मैदान के उपयोग का अधिकार यूसीएनआईटीए के द्वारा डायोसिस ऑफ छत्तीसगढ़, सी. एन. आई. को दिया गया है जिसका उपयोग मसीही समाज के उत्थान के लिये नियमों के अन्तर्गत किया जा रहा है।
“महापौर हटाओ अभियान” जबकि सुभास स्टेडियम खेल के लिए उपलब्ध है, जिसके आगे सपरेषाला मैदान खेल हेतु उपलब्ध है उसके बाद भी महापौर द्वारा समुदाय विशेष के ग्राउंड पर नजर गडी हुई है।